“Alone sad poetry in Hindi reflects the raw emotions of loneliness and heartache, resonating with anyone who has felt the pain of being isolated. Whether it’s the silent tears, the longing for companionship, or the deep sorrow of unspoken words, this poetry speaks to the soul. It beautifully captures the essence of solitude, offering comfort and a sense of understanding to those going through tough times. In this collection of alone sad poetry, themes of heartbreak, solitude, and emotional distance are expressed through heartfelt verses. sad poetry in urdu
जिंदगी के रंजो गम सब खुद उठाने पड़ते हैं
सबको खुश रखते-रखते
हमारी खुशी ने ही खुदकुशी कर ली
मैं पसंद तो सबको हूं..
लेकिन जरूरत पड़ने पर.!
बर्बाद बस्तियों में तुम किसे ढूंढते हो,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते.!!!
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया !
एकांत में शांति है
पार्टियों में दिल टूटते हैं
जो हर पल मेरे साथ रही है.
वह कोई और नहीं बल्कि मेरी परछाई है.
कैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम तुम्हारे बगैर
अगर तुम देखते तो कभी तनहा न छोड़ते मुझे !
मुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं है
मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मोहब्बत नहीं है !
मसाला यह नहीं कि तुम मिल नहीं पाओगे
दर्द ये है के हम भूल नहीं पाएंगे !
दूरियां तो बहुत है बीच हमारे पर
तेरे जैसे कोई करीब भी नहीं मेरे !
टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए
किसी को चुभ न जाएं इसलिए दूर हो गए !
जिनका दिल अच्छा होता है
उनके नसीब ख़राब होते हैं !